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नवरात्री पूजन सामग्री की लिस्ट पीडीऍफ़ | Navratri Pujan Samagri List:- To see the list of Navratri Puja material or to download the list in PDF format, you will be able to download this list from the download link given below. दोस्तों नवरात्री पूजन सामग्री की लिस्ट पढ़ने के लिए या फिर लिस्ट को पीडीएफ फॉर्मेट में डाउनलोड करने के लिए हमारे द्वारा इस पोस्ट के नीचे दिए गए डाउनलोड लिंक से आप इस लिस्ट को डाउनलोड कर पाओगे |
नमस्कार दोस्तो नवरात्रि पर मां दुर्गा जी की पूजा की जाती है आपको पता होगा कि नवरात्रि का त्योहार 9 दिन तक चलता है इसमें 9 दिनों में हर दिन अलग-अलग मां दुर्गा जी के सब रूपों की पूजा और उनको याद किया जाता है सबसे पहले इसमें मां दुर्गा जी के पुत्री के स्वरूप के तौर पर पूजा की जाती है दोस्तों आपको पता होगा कि हिंदू धर्म में मां दुर्गा जी को बहुत अधिक महत्व दिया जाता है मां दुर्गा जी धन-दौलत सुख संपत्ति की देवी मानी जाती है |
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नवरात्रि चेत्र महीने की प्रतिपदा से शुरू होता है और यह 9 दिनों तक चलता है इस साल 2022 में अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से 2 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल तक नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाएगा | हिंदू धर्म में नवरात्रि के त्यौहार को बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है नवरात्रि के पहले दिन कलश स्थापना की जाती है और उसके बाद हर दिन मां दुर्गा जी के नए-नए स्वरूपों को तरह-तरह के पकवानो का भोग लगाया जाता है और बड़े ही हर्षोल्लास के साथ नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है |

उसके बाद नवरात्र के अष्टमी और नवमी के दिन छोटी-छोटी कन्याओं को मां दुर्गा के स्वरूप के तौर पर उनकी पूजा और उनको तरह-तरह का पकवान का भोग लगाया जाता है नवरात्रि में कन्याओं को भोग लगाना या फिर उनको खाना खिलाना बहुत ही लाभकारी माना जाता है इस साल 2022 में नवरात्रि को पूरी विधि विधान के तहत करने से अच्छा लाभ मिल सकता है और माता जी का आशीर्वाद भी मिल सकता है |
Name of the PDF File | Navratri Pujan Samagri List |नवरात्री पूजन सामग्री की लिस्ट |
PDF File Size | 4.02 MB |
Categories | Religious |
Beneficiary | For All People |
Source | PDFHIND.COM |
Mode | Online/Offline |
Uploaded on | 31-03-2022 |
PDF Language | HINDI |
Number of Pages | 5 |
देवी दुर्गा की पूजा गुप्त नवरात्रि में भी की जाती है| आषाढ़ और माघ माह के शुक्ल पक्ष में गुप्त नवरात्रि को गुप्त नवरात्रि कहते हैं। हालांकि बहुत से लोगों जो की गुप्त नवरात्रि को नहीं मनाते है | लेकिन गुप्त नवरात्रि को वो लोग ज्यदा करते है जो तंत्र-मंत्र और जादू-टोना इन सब चीजो में विश्वास रखते है। एसे लोग गुप्त नवरात्रि में श्री दुर्गा मां को प्रसन्न करने के लिए उनकी भागती भी बड़े ही भाव से करते हैं।
माँ दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों के बारे में जाने | Nine Different Forms of Maa Durga
चैत्र नवरात्रि हिंदुओं में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाने वाला प्रशिद पर्व है। इसमें दुर्गा माँ के नौ अलग-अलग रूपो को पूजा जाता है प्रसन्न किया जाता है हम ने आप के लिए श्री माँ दुर्गा के नो अवतारों के बारे में बताया है आप निचे दी गई लिस्ट को पढ़े –
- शैलपुत्री
- ब्रह्मचारिणी
- चंद्रघंटा
- कुष्मांडा
- स्कंदमाता
- कात्यायनी
- कालरात्रि
- महागौरी
- सिद्धिदात्रि

कलश स्थापना करने का क्या कारन है जाने
हिन्दू धर्म के अनुसार किसी भी पूजा या कोई भी शुभ कम को करने से पहले गणेश जी को याद किया जाता है | कलश स्थापना करने के पीछे हमारे पुराणों में एक मान्यता है की कलश को भगवान विष्णु का रुप माना गया है। यही कारण होता है की लोग देवी की पूजा से पहले कलश का पूजन करते हैं। पूजा स्थान पर कलश की स्थापना करने से पहले माता जी के मंदिर या फिर पूजा के स्थान को गंगा जल से शुद्ध किया जाता है और फिर पूजा में सभी देवी -देवताओं को आमंत्रित किया जाता है |
कलश को पांच तरह के पत्तों से सजाया जाता है और उसमें हल्दी की गांठ, सुपारी, दूर्वा, आदि रखी जाती है। कलश को स्थापित करने के लिए उसके नीचे या फिर पास में बालू मिटटी का लड्डू बनाया जाता है या फिर आप एक चोकोर आकर में भी इस को बना कर उस में जौ बो दिए जाते हैं। जौ बोने की विधि धन-धान्य देने वाली देवी अन्नपूर्णा को खुश करने के लिए की जाती है। माँ दुर्गा की फोटो या मूर्ति को पूजा के स्थान या मंदिर में बीच में स्थापित करते है और माँ का श्रृंगार करते हैं |
पूजा स्थान या मंदिर में एक अखंड दीपक जलाया जाता है जिसे व्रत के आखिरी दिन अथार्त नवमी तक जलाया जाता है | कलश स्थापना करने के बाद गणेश जी और मां दुर्गा की आरती करते है जिसके बाद नौ दिनों का व्रत शुरू हो जाता है| माता जी का आशीर्वाद पाने के लिए बहुत-से लोग पूरे नौ दिनो तक उपवास भी रखते हैं|
दोस्तों आप को बता दे की नवरात्रा करने से पहले यह भी जानकारी जरुरी है की आप को किन-किन पूजा की सामग्री की जरुरत है और किन की नहीं है कहा जाता है की नवरात्रा करने के लिए हम को सभी सामग्री नहीं होने पर पूजा पूरी नहीं मानी जाती है तो आप यह ध्यान रखे की पूजा सामग्री पूरी रखे |
- अगरबत्ती
- धूप
- रुई या बत्ती
- दीपक
- घी
- फूलों का हार
- लाल रंग की गोटेदार चुनरी
- लाल चूड़ियां
- सिन्दूर
- कुमकुम
- मौली
- शृंगार का सामान
- आम के बिना कटे पत्ते
- लाल वस्त्र
- माचिस
- चौकी
- चौकी के लिए लाल कपड़ा
- नारियल
- कलश
- साफ चावल
- पान
- सुपारी
- लौंग
- इलायची
- प्रशाद
- कपूर
- फल
- चालीसा व आरती का पुस्तक
- दुर्गासप्तशती का सपूर्ण पाठ
- देवी की प्रतिमा या फोटो
नवरात्री में हवन सामग्री
दोस्तों आप को पता होगा की हिन्दु धर्म में शुभ काम करने के लिए सबसे पहले श्री गणेश जी को याद किया जाता है और दूसरा प्रमुख काम है हवन करना कहा जाता है की हवन करने से हमारे चारो तरफ शुद्ध वातावरण का माहोल बना रहता है और देवताओ का वास होता है | आब हम आप को एक लिस्ट के माध्यम से एक एक करके नवरात्री के हवन में कम में आने वाली सभी सामग्री के बारे में बतायेगे तो ध्यान से पढ़े |
- घी
- सुपारी
- कपूर
- हवन कुंड
- लोबान
- गुगल
- आम की लकड़ी
- जौ
- धूप
- पांच मेवा
- इलायची
- लौंग
- कमल गट्टा
- खोपरा (नारियल की गट)
नवरात्रि का पर्व साल में कितनी बार आता है ?
हिंदू धर्म के अनुसार नवरात्रि का त्योहार 1 साल में 4 बार आता है सबसे पहला नवरात्रा पहले महीने चैत्र में नवरात्रि जाता है उसके बाद चौथे महीने (आषाढ़)में नवरात्रि का त्यौहर मनाया जाता है इसके बाद है अश्विन महीने में और अंतिम और लास्ट नवरात्रा का त्यौहार है 11 महीने (माघ)में नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाता है अश्विन महीने की नवरात्रि सबसे प्रमुख नवरात्रि मानी जाती है और दूसरी प्रमुख नवरात्रा चैत्र महीने का माना जाता है
नवरात्री कितने दिनों तक किया जाता है ?
नवरात्रि का त्योहार 9 दिन तक चलता है इसमें 9 दिनों में हर दिन अलग-अलग मां दुर्गा जी के सब रूपों की पूजा और उनको याद किया जाता है सबसे पहले इसमें मां दुर्गा जी के पुत्री के स्वरूप के तौर पर पूजा की जाती है
नवरात्री 2022 में कब आएगा ?
इस साल 2022 में अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से 2 अप्रैल से लेकर 11 अप्रैल तक नवरात्रि का त्यौहार मनाया जाएगा