लक्ष्मी जी की आरती लिखित में PDF डाउनलोड करने के लिए यहाँ निचे पोस्ट के अंत में डाउनलोड बटन उपलब्ध है | आप यहाँ से सीधे ही माता लक्ष्मी जी की आरती को पढ़ सकते है एवं पूजा अर्चना के लिए इसे अपने मोबाइल में पीडीऍफ़ के रूप में स्टोर भी कर सकते है |
Lakshmi Aarti PDF in Hindi | लक्ष्मी आरती लिखित पढ़ें | सुख समृद्धि एवं धन धान्य के लिए माता लक्ष्मी जी की आरती का पाठ करना बहुत लाभदायक है | दीपावली पर श्री लक्ष्मी जी की ही पूजा होती है | पूजा करने से पहले लक्ष्मी जी की आरती करनी चाहिए
पीडीऍफ़ का नाम | लक्ष्मी जी की आरती लिखित में PDF |
साइज़ | 145 KB |
कुल पेज | 02 |
स्रोत | https://pdfhind.com |
केटेगरी | Dharmik PDF |
डाउनलोड लिंक | उपलब्ध |
माता श्री लक्ष्मी जी की आरती लिखित में पढ़ें एवं पीडीऍफ़ में डाउनलोड करें
निचे लिखित लिरिक्स लक्ष्मी जी की आरती PDF के है | आप इसे पढ़ भी सकते है एवं Direct Single Click में Download भी कर सकते है | पोस्ट के अंत में पीडीऍफ़ का लिंक है |
महालक्ष्मी नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं सुरेश्वरि ।
हरि प्रिये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं दयानिधे ॥पद्मालये नमस्तुभ्यं,
नमस्तुभ्यं च सर्वदे ।
सर्वभूत हितार्थाय,
वसु सृष्टिं सदा कुरुं ॥ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥उमा, रमा, ब्रम्हाणी,
तुम ही जग माता ।
सूर्य चद्रंमा ध्यावत,
नारद ऋषि गाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता..॥दुर्गा रुप निरंजनि,
सुख-संपत्ति दाता ।
जो कोई तुमको ध्याता,
ऋद्धि-सिद्धि धन पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता..॥तुम ही पाताल निवासनी,
तुम ही शुभदाता ।
कर्म-प्रभाव-प्रकाशनी,
भव निधि की त्राता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता..॥जिस घर तुम रहती हो,
ताँहि में हैं सद्गुण आता ।
सब सभंव हो जाता,
मन नहीं घबराता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥तुम बिन यज्ञ ना होता,
वस्त्र न कोई पाता ।
खान पान का वैभव,
सब तुमसे आता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥शुभ गुण मंदिर सुंदर,
क्षीरोदधि जाता ।
रत्न चतुर्दश तुम बिन,
कोई नहीं पाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥महालक्ष्मी जी की आरती,
जो कोई नर गाता ।
उँर आंनद समाता,
पाप उतर जाता ॥
॥ॐ जय लक्ष्मी माता…॥ॐ जय लक्ष्मी माता,
मैया जय लक्ष्मी माता ।
तुमको निसदिन सेवत,
हर विष्णु विधाता ॥
लक्ष्मी जी की आरती पूजा विधि
निम्न लिखित तरीके से माता लक्ष्मी जी की पूजा अर्चना की जाती है |
- सबसे पहले पूजा का संकल्प लें
- पूजा सामग्री, अपने ऊपर एवं आसन पर 3 बार जल छिडकाव करके शुद्ध करें
- अब अनामिका अंगुली से चन्दन का लेप लगाते हुए मंत्र का पाठ करें
- मंत्र जो पढना है – चन्दनस्य महत्पुण्यम् पवित्रं पापनाशनम| आपदां हरते नित्यम् लक्ष्मी तिष्ठतु सर्वदा।
- अब लक्ष्मी जी की आरती पूजा से पहले श्री गणेश की पूजा करें
- माँ लक्ष्मी को केशर, कमलगट्टा, चावल, कमल के फुल आदि को चढ़ाएं
- अब माता का ध्यान लगावे एवं आरती पढ़ें
- पोटली को पैसे के लोकर में रखें
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