Hanuman Jayanti PDF 2022:- नमस्कार दोस्तों आज हम हनुमान जयंती के अवसर पर आप के लिए श्री संकट मोचन हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिए आरती संग्रह और कुछ हनुमान जी के चमत्कारी मंत्रो का पीडीऍफ़ फाइल ले कर आये है तो दोस्तों आप भी इस हनुमान जयेंती के अवसर पर एक बार श्री हनुमान जी की आरती का पाठ जरुर करे |
हमने आप के लिए श्री हनुमान जी की आरती का पीडीऍफ़ डाउनलोड लिंक इस पोस्ट के निचे दिया है जिस पर क्लिक कर के आप आसानी से हनुमान जी की आरती और बजरंग बलि के चमत्कारी मंत्रो का जाप कर सकते है |

Download Link :- हनुमान चालीसा पाठ पढ़े और पीडीऍफ़ फाइल डाउनलोड करे-
Download Link :- सुंदरकांड सम्पूर्ण पाठ पढ़े और पीडीऍफ़ फाइल डाउनलोड करे-
Hanuman Jayanti 2022 | हनुमान जयेंती 2022
हनुमान जयंती हिन्दू धर्म का एक लोकप्रिय त्यौहार है जो की बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है | हनुमान जयेंती का पर्व हमारे सब के प्रिय बजरंग बलि हनुमान जी के जन्म उत्सव पर हर साल चैत्र माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है | जैसे की सब जानते है की हनुमान जी को कलयूग में सबसे शक्तिशाली देवताओ में माना जाता है |
अगर आप हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहते है तो यह बिलकुल ही आसन है दोस्तों आप को हनुमान जी का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए आप को हनुमान चालीसा, हनुमान आरती , सुन्दरकाण्ड और बजरंग बान का पाठ कर सकते है| दोस्तों हम आप जो भी बात बता रहे है वो एक दम सत्य है आप खुद हनुमान जी की भगती करते है तो आप को भी पता होगा की हनुमान जी को खुश करना कितना आसन है |
हनुमान जी शिव के अवतारों में सबसे शक्तिशाली देवताओ में है जो की भगवान श्री राम जी के सबसे बड़े भगत है | दोस्तों हनुमान जी ने श्री राम की लम्बी आयु के लिए उन्होंने अपने शरीर पर सिंदूर लगा लिया था यही कारण है की हनुमान जी को सिंदूर और लाल रंग पसंद है | हनुमान के भगत भी हनुमान को सिंदूर और लड्डू का भोग लगते है |

हनुमान जयंती पीडीऍफ़ फाइल की जानकारी |Hanuman Jayanti PDF 2022 file Details
Name of the PDF File | Hanuman Jayanti PDF 2022 |
PDF File Size | 5.8 MB |
Categories | Religious |
Source | PDFHIND.COM |
Uploaded on | 16-04-2022 |
PDF Language | HINDI & SANSKRIT |
हनुमान जयेंती पर व्रत करने के फायेदे | Benefits of hanuman jayanti fast
हनुमान जयंती पर व्रत को रखने से विशेष कृपा प्राप्त होती है | बहुत लोग हनुमान जयंती के पर्व पर बड़े ही उत्सुकता से इस व्रत को रखते है और हनुमान मंदिर में जा कर पूजा अर्चना करते है फिर ब्राह्मण और जरुरतमंदो को खाना खिलते है | हनुमान जी का जल्दी से आशीर्वाद पाने के लिए आप को हनुमान जयेंती का व्रत रखना चाहिय और अगर आप मंगलवार का व्रत रखते है तो यह भी बहुत ही लाभकारी माना जाता है | बुजुर्गो और विद्वान् पंडितो का कहना है की हनुमान हमेशा भ्रम्चारी रहे और वह जनेऊ धारण करते ठे तो दोस्तों आप ने देखा होगा की हनुमान जी के भगत और पंडित हमेशा जनेऊ धारण करते
हनुमान जयेंती पूजा विधि | Hanuman Jayanti worship method
- हनुमान जयेंती वाले दिन आप को सुबह जल्दी उठ कर स्नान करे
- स्नान कर के आप लाल रंग के वस्त्र धारण करे
- फिर आप को पूजा की तैयारी करे और पूजा सामग्री और प्रशाद को तैयर करे
- पूजा सामग्री में आप (चावल, कुमकुम, दीपक, घी, धूपबत्ती, अष्टगंध) आदि चीजे ले सकते है
- और प्रशंद में आप शुद्ध घी से बनी मिठाई ले और फल, लड्डू, मिठाई, नारियल, पंचामृत, आदि ले सकते है
- हनुमान जी को सिंदूर चडावे और खुद भी सिंदूर का तिलक लगये
- उस के बाद आप को चोमुखी दीपक जला कर आरती, चालीसा, और सुन्दरकाण्ड का पाठ करे
- पाठ करते वक्त आप को बिच में नहीं उठाना होता है
- दोहपर तक आप को कोई भी नमकीन चीजे नहीं कहानी है
- इसी प्रकार आप हनुमान जयेंती पूजा कर सकते है
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हनुमान जी की आरती (हनुमान जयेंती आरती )/ Shri Hanuman Ji Ki Aarti Lyrics in hindi
आरती कीजै हनुमान लला की।
Shri Hanuman Ji Ki Aarti
दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे।
रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई।
सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए।
लंका जारि सिया सुधि लाए॥
लंका सो कोट समुद्र-सी खाई।
जात पवनसुत बार न लाई॥
लंका जारि असुर संहारे।
सियारामजी के काज सवारे॥
लक्ष्मण मूर्छित पड़े सकारे।
आनि संजीवन प्राण उबारे॥
पैठि पाताल तोरि जम-कारे।
अहिरावण की भुजा उखारे॥
बाएं भुजा असुरदल मारे।
दाहिने भुजा संतजन तारे॥
सुर नर मुनि आरती उतारें।
जय जय जय हनुमान उचारें॥
कंचन थार कपूर लौ छाई।
आरती करत अंजना माई॥
जो हनुमानजी की आरती गावे।
बसि बैकुण्ठ परम पद पावे॥
