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संपूर्ण शिव रुद्राभिषेक मंत्र PDF फाइल यहाँ डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध है | आप इसे Single Click में डायरेक्ट डाउनलोड कर सकते है | भगवान शिव से सम्बंधित यह पीडीऍफ़ फाइल आपको हम फ्री ऑफ़ कोस्ट उपलब्ध करवा रहें है |
भगवान शिव भोले के रुद्राभिषेक को शिव जी की अराधना के लीये अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है | सावन के महीने में शिव भोले की अराधना करने से भक्तों के सम्पूर्ण कष्ट मिटते है |
चलिए सबसे पहले इस पीडीऍफ़ फाइल के सामान्य विवरण को देखते है |
PDF NAME | संपूर्ण शिव रुद्राभिषेक मंत्र PDF |
SIZE | 5 MB |
TOTAL PAGE | 155 |
SOURCE | https://pdfhind.com |
LANGUAGE | Hindi / Sanskrit |
DOWNLOAD LINK | Available |
शिव रुद्राभिषेक मंत्र क्या है ?
रुद्राभिषेक मंत्र भगवान शिव के मंत्र है | शिवपुराण में बताया गया है कि महाशिवरात्रि एवं सावन के सोमवार को रुद्राभिषेक मंत्र का जाप करने से असीम बल, बुद्धि, आरोग्य एवं कीर्ति मिलती है | रुद्राभिषेक मंत्र में रूद्र को सर्वशक्तिमान बताया गया है | रूद्र को भगवान शिव कहा जाता है |
अत: जिन मंत्रो से भगवान शिव की अराधना एवं अभिषेक किया जाये वे शिव रुद्राभिषेक मंत्र pdf कहलाते है | यह एकल मंत्र नहीं है इसमें मंत्रो का समूह है जिसके द्वारा भगवान शिव की अनुकम्पा प्राप्त की जाती है | यह भगवान शिव को प्रसन्न करने का सबसे आसान मंत्रोचार है |
ऐसा कहा जाता है कि इन मंत्रो में इतनी शक्ति होती है कि जहाँ इसका जाप किया जाता है उसके कई किलोमीटर के दायरे का शुद्धिकरण हो जाता है |
चलिए जानते है इन मंत्रो के बारे में
सम्पूर्ण शिव रुद्राभिषेक के मंत्र
ॐ नम: शम्भवाय च मयोभवाय च नम: शंकराय च
रुद्राष्टाध्यायी
मयस्कराय च नम: शिवाय च शिवतराय च ॥
ईशानः सर्वविद्यानामीश्व रः सर्वभूतानां ब्रह्माधिपतिर्ब्रह्मणोऽधिपति
ब्रह्मा शिवो मे अस्तु सदाशिवोय् ॥
तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय धीमहि। तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
अघोरेभ्योथघोरेभ्यो घोरघोरतरेभ्यः सर्वेभ्यः सर्व सर्वेभ्यो नमस्ते अस्तु रुद्ररुपेभ्यः ॥
वामदेवाय नमो ज्येष्ठारय नमः श्रेष्ठारय नमो
रुद्राय नमः कालाय नम: कलविकरणाय नमो बलविकरणाय नमः
बलाय नमो बलप्रमथनाथाय नमः सर्वभूतदमनाय नमो मनोन्मनाय नमः ॥
सद्योजातं प्रपद्यामि सद्योजाताय वै नमो नमः ।
भवे भवे नाति भवे भवस्व मां भवोद्भवाय नमः ॥
नम: सायं नम: प्रातर्नमो रात्र्या नमो दिवा ।
भवाय च शर्वाय चाभाभ्यामकरं नम: ॥
यस्य नि:श्र्वसितं वेदा यो वेदेभ्योsखिलं जगत् ।
निर्ममे तमहं वन्दे विद्यातीर्थ महेश्वरम् ॥
त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिबर्धनम् उर्वारूकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मा मृतात् ॥
सर्वो वै रुद्रास्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु । पुरुषो वै रुद्र: सन्महो नमो नम: ॥
विश्वा भूतं भुवनं चित्रं बहुधा जातं जायामानं च यत् । सर्वो ह्येष रुद्रस्तस्मै रुद्राय नमो अस्तु ॥
शिव जी के रुद्राभिषेक मंत्र का जाप करने की विधि
भगवान शिव की पूजा रुद्राभिषेक मंत्रो से करने के लिए सबसे पहले शिवलिंग पर दूध, घी, शुद्ध जल, गंगाजल, पंचामृत एवं गन्ने का रस आदि वस्तुओं को चढ़ाकर सबसे पहले निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए
रुद्रा: पञ्चविधाः प्रोक्ता देशिकैरुत्तरोतरं | सांगस्तवाद्यो रूपकाख्य: सशीर्षो
रूद्र उच्च्यते || एकादशगुणैस्तद्वद् रुद्रौ संज्ञो द्वितीयकः । एकदशभिरेता
भिस्तृतीयो लघु रुद्रकः।।
- शिव रुद्राभिषेक का जाप करने से पहले ‘शिव वास’ को जानना अत्यंत आवश्यक है |
- क्योंकि इसका फल तभी मिलता है जब आपको शिव वास का पता हो |
- महीने के कृष्ण पक्ष की प्रथमा, अष्टमी और अमावस्या तथा शुक्ल पक्ष की द्वितीया व नवमी तिथि के दिन भगवान शिव का वास माता गौरी के साथ होता है। इन तिथियों में अगर रुद्राभिषेक किया जाये तो तीव्रता से फल मिलता है |
- शिव वास जानने के पश्चात शिवलिंग की पूजा करें |
- शिवलिंग की पूजा के लिए दूध, घी, शुद्ध जल, बेलपत्र, गंगाजल, पंचामृत, गन्ने का रस एवं बुरा का प्रयोग करें |
- अब उपरोक्त मंत्र का जाप करें |
- उपरोक्त मंत्र के जाप के पश्चात रुद्राष्टाध्यायी के सभी पाठों का जाप शुरू करें
- यहाँ निचे हमने सम्पूर्ण शिव रुद्राभिषेक मंत्र pdf में डाउनलोड करने के लिए दिए जहाँ से आप इसे डाउनलोड कर सकते है |
सम्पूर्ण शिव रुद्राभिषेक मंत्र का जाप करने के लाभ
- अगर आप कालसर्प योग से पीड़ित है तो रुद्राभिषेक करने से लाभ मिलेगा |
- घरेलु लड़ाइयों में रुद्राभिषेक करवाने से लाभ मिलता है |
- सुख समृद्धि आती है |
- असाध्य एवं कष्टप्राय रोगों से मुक्ति मिलती है |
- दुश्मनों से पीछा छुटता है |
- समाज में कीर्ति एवं यश का प्रचार होता है |
- संतान सुख मिलता है |
आप यहाँ निचे दिए लिंक पर क्लिक करके सम्पूर्ण शिव रुद्राभिषेक pdf को डाउनलोड करे सकते है |